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नए के हाईटेक तरीकों से काम करने वाले न्यूनतम बने ज्ञानेश्वर पाटिल,

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नए के हाईटेक तरीकों से काम करने वाले न्यूनतम बने ज्ञानेश्वर पाटिल,

क्षेत्र के विकास के लिए सक्रिय कार्य कर रहे हैं न्यूनतम श्री पाटिल,

खंडवा।। नगर निगम के मुख्यालय से जिला मुख्यालय बनने वाले खंडवा के विकास की किस्मत हमेशा बनी रहती है, ध्वनि निर्माण के बाद कई खंड खंडवा के विकास की किस्मत हमेशा चमकती रहती है। इसनोमस क्षेत्र से ज्यादातर जो भी चुनकर आया। उन्होंने विकास का परचम लहराया है, तानाशाह के प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि मुख्य रूप से स्वर्गीय पूर्व सांसद नंदकुमार चौहान और अल्पसंख्यक ज्ञानेश्वर पाटिल के पद विकास के रूप में टैप पर रह रहे हैं। इसी कारण नंदकुमार चौहान और ज्ञानेश्वर पटेल को लोगों ने बार-बार प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया। ज्ञानेश्वर पाटिल नए समुद्र तट के हाईटेक तरीकों से काम करने वाले न्यूड बने। उनके काम की शैलियाँ आम लोगों की कृतियों में सबसे ज्यादा विश्वास रखती हैं। अधिकांश लोगों का लाभ होता है, वहां वे क्षेत्र से लेकर दिल्ली तक पहुंचते हैं। फील्ड से लेकर नोम तक में फेलें, बजट और बजट के साथ काम को गति देने के लिए दिल्ली तक में अपनी ही सरकार के अनुभव से भरे हुए हैं। प्रतिष्ठान से दो घंटे में जनता दल न्यूनतम श्री पाटिल को खंडवा क्षेत्र में रेलवे का जाल बिछाना मुख्य उद्देशय है। खंडवा-अकोला-इंदौर की छोटी लाइन से बड़ी लाइन में लगभग तब्दील हो गई है। सनावद से महू और अकोला की तरफ का थोड़ा सा काम बचा है। यह होने वाले काम के बाद कई प्रदेश फिर खंडवा, बुरहानपुर से स्पीड में जुड़ेंगे। नवादा पर ब्रिज बने और घाटी पर काम होने के बाद खंडवा से इंदौर तक लोग दो घंटे में पहुंचेंगे। यह काम दो साल में पूरा होने की संभावना है। सबसे जरूरी सवाल पूरा होगा सबसे बड़ा काम खंडवा से अलीराजपुर, खरगौन क्षेत्र में पैट्रियन दुकानदारों का है। यह सपना नंदकुमार चौहान ने भी देखा था। ज्ञानेश्वर पटेल ने खंडवा, खर्गोन, झाबुआ, धार व गुजरात के कलाकारों का समूह बनाया और एक साथ इन कलाकारों ने रेल मंत्रालय पर दबाव बनाया। अब इस लाइन का फाइनल सर्वे का काम चल रहा है। करोड़ों रुपए का काम जल्द हो सकता है शुरू। रेल लाइन का जंक्शन जल्द ही खंडवा से अलीपुर की तरफ रेल लाइन बिछाई गई, तो खंडवा जंक्शन क्षेत्र मुंबई, महाराष्ट्र, दिल्ली की तरफ से सीधे गुजरात से भी जुड़ेंगे। वह वक्त खंडवा व बुरहानपुर जिला बिजनेस हब बन जायेंगे। खंडवा में शिक्षा व व्यवसाय की रिकॉर्डिंग तेज़ हो मंज़िल। अभी तक तो जंक्शन के रूप में इंदौर की तरफ ही एक लाइन और जाती है। खंडवा के पास तलवाडीह स्टेशन बड़ा ट्रेफिक रेलवे स्टेशन बनेगा। रेलवे के अलावा रेलवे स्टेशन भी खंडवा में एक बड़ा रेलवे स्टेशन बनने जा रहा है। इस योजना को लेकर संसद पाटील प्रयास कर रहे हैं,सदकों के मामले में इंदौर-एदलाबाद रोड का बड़ा हिस्सा खंडवांडोम में आता है। यह सड़क पूर्णता की ओर है। मध्य प्रदेश की सबसे बेहतरीन सड़क यही है। इसके और तरीके के लिए डिज़ाइन वाली सुविधाएँ बनाने के प्रस्ताव दिए गए हैं। खंडवा की हवाई पट्टी को विकसित करने के लिए औद्योगिक मंत्रालय भी काम कर रहा है। खंडवा हवाई पट्टी को विकसित करने के लिए खंडवा हवाई अड्डे के लिए सर्वे कर रहे हैं खंडवा, खंडवा को मुख्यालय बनाने और उनके मुख्यालय बनाने के लिए खंडवा हवाई पट्टी को विकसित करने के लिए खंडवा, खंडवा को मुख्यालय भेजा गया है।खरगौन वहानपुर में एक-एक नवोदय स्कूल और पासपोर्ट शिक्षा क्षेत्र में न्यूनतम श्री पाटिल का फोकस सेंट्रल स्कूलों के अलावा नवोदय स्कूलों पर ज्यादा है। इन विद्यालयों में ग्रामीण प्रतिभावान बच्चों को खोजकर्ता छत्तीस से बारहवीं तक नि: शुल्क हाईटेक अध्ययन अध्ययन किया जाता है। इस ग्रामीण मेधावी बच्चे जो किसी भी कारण से नहीं पढ़ें। उन्हें मौका दिया जाता है। नवोदय स्कूल में रहने,खाने,कापी किताब से लेकर और जरूरत के सामान सहित हर सामान उपलब्ध कराया जाता है। राज्य में तीन स्कूल खंडवा, खरगोन और बुरहानपुर में हैं। एक जिले में एक ही स्कूल इस तरह के होते हैं। मानवसाधन मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से शीघ्र मुलाकात कर वे एक-एक नवोदय विद्यालय और केन्द्र की आवश्यकता के लिए इन साज-सज्जा में रहेंगे। मध्य प्रदेश के कई मछलियाँ, मछलियाँ, झाबुआ जैसे दो-दो नवोदय विद्यालय हैं। खंडवा, बुरहानपुर और खरगों में भी एक-एक नवोदय स्कूल और कोचिंग का प्रस्ताव तैयार करवाया जा रहा है, ताकि निर्धन, प्रतिभावान और एससी-एसटी सहित सामान्य वर्ग के बच्चों को आगे बढ़ने का मौका और मिल सके।

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