*कप्तान साहब एक नजर इधर भी अपने थाना अध्यक्ष आलापुर की तरफ भी ध्यान दीजिए….*
*थानाध्यक्ष आलापुर ने अपना ही कानून बना रखा है*
अम्बेडकर नगर।कप्तान साहब जरा अपने थाना अध्यक्ष आलापुर की तरफ भी ध्यान दीजिए जब कोई पीड़ित इन्हें तहरीर देता है तो यह मुकदमा दर्ज करने के बजाय पहले विवेचना करते हैं उसके बाद कहते हैं कि मुकदमा दर्ज करेंगे जबकि सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट आदेश है तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज करके विवेचना की जाए परंतु थाना अध्यक्ष महोदय पहले विवेचना करते हैं अगर उसमें उनको लगता है कि मुकदमा दर्ज करने लायक है तब वह करते हैं इस बीच उन्हें चाहे एक दिन का समय लगे या एक महीने का
उनकी विवेचना कैसे होती है वह पहले तहरीर को लेकर आरोपी के पास जाते हैं और फिर उसको तलब करते हैं कि थाने पर इतने बजे तक आ जाना नहीं तो मुकदमा दर्ज कर लूंगा अगर वह किसी दलाल के माध्यम से निर्धारित समय पर आकर थाना अध्यक्ष महोदय को खुश कर देता है तो तहरीर खारिज कर दी जाती है यदि वह बुलाए गए समय पर नहीं आता और सेटिंग नहीं हो पाती तो मुकदमा दर्ज कर लिया जाता है।
ऐसा ही पिछले दिनों 27 अप्रैल 2024 को एस एन इंटर कॉलेज इंदईपुर के प्रधानाचार्य द्वारा तहरीर दी गई थाना अध्यक्ष महोदय एक हफ्ते बाद विद्यालय में जांच करने गए और वहां पर आरोपियों को बुलाकर उनका बयान लिया फिर बोले की 12:00 तक थाने पर आकर मिल लेना अगर नहीं आए तो मुकदमा दर्ज कर दिया जाएगा आरोपी 12:00 बजे से पहले जाकर थाने पर मिल लिए आज तक मुकदमा दर्ज ही नहीं हुआ जबकि वह तहरीर जिला स्तरीय अधिकारी के विभागीय जांच रिपोर्ट के आधार पर दी गई थी परंतु हो सकता है आरोपियों ने मिलकर थाना अध्यक्ष को संतुष्ट कर दिया हो इसलिए एफआईआर नहीं दर्ज की गई।
ताजा प्रकरण प्रकाश में आया कि ग्राम प्रधान हुसेनपुर मुसलमान ने अपने गांव के एक लड़के को फोन पर गाली गलौज दी और जान से मारने की धमकी भी दी पीड़ित डर के कारण कई दिनों तक घर से गायब रहा उसके बाद उसने बचते बचाते 19 अप्रैल को थानेदार को तहरीर दी थानेदार महोदय से जब पूछा गया की तहरीर पर क्या कार्रवाई की तो उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करेंगे अगर मुकदमा लिखा जाने योग होगा तो लिखेंगे अभी हमने प्रधान को बुलवाया है कप्तान साहब ध्यान दीजिए जरा अपने ऐसे थाना थानेदारों पर वरना मुख्यमंत्री की लुटिया डुबो देंगे।