
अयोध्या रुदौली


- : उर्दू-हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार, समालोचक और समाजसेवी डा. अनवर हुसैन खां के प्रकाशित और प्रसारित लेखों पर आधारित पुस्तक “डा. अनवर हुसैन और उनकी बिखरी तहरीरें” (भाग 1) का विमोचन शीघ्र ही कस्बा अलियाबाद, बाराबंकी में अंजुमन फरोग-ए-इल्मो-अदब के तत्वावधान में किया जाएगा। इस संकलन के संपादक और शोधकर्ता इमरान आलियाबादी हैं, और इस पुस्तक का आमुख दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. डा. शारिब रुदौलवी ने लिखा है।
पुस्तक का परिचय: 272 पृष्ठों की यह पुस्तक, जिसका मूल्य ₹400 रखा गया है, डा. अनवर हुसैन खां की लेखन यात्रा और साहित्य साधना का दस्तावेज है। इस संग्रह में उनके लेख और प्रसारित सामग्री को संकलित किया गया है, जिससे उनकी लेखन शैली और विचारधारा को बेहतर तरीके से समझा जा सके।
साहित्यिक योगदान: डा. अनवर हुसैन खां, जो लगभग चार दशकों से साहित्य सेवा में सक्रिय हैं, उर्दू और हिंदी साहित्य में एक मान्य और सम्मानित नाम हैं। उनकी रचनाएँ, विशेषकर लघुकथाएँ, आकाशवाणी लखनऊ पर प्रसारित हो चुकी हैं, जिनमें समाज के प्रति उनका योगदान स्पष्ट झलकता है।
विमोचन समारोह: अंजुमन फरोग-ए-इल्मो-अदब अलियाबाद के तत्वावधान में आयोजित इस विमोचन कार्यक्रम में साहित्य प्रेमियों और विद्वानों की भागीदारी की आशा है।