
भारत की राजनीति सबस निचले स्तर अपनी पहचान बना चुकी हैं भारत की राजनीति में बीते 10 वर्षो में अमर्यादित शब्दों का उपयोग ज्यादा बढ़ गया हैं संवैधानिक पदों के लिए पार्टी विरोध और व्यक्तिगत विरोध में सुंदर सम्विधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं ।संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले ही संविधान की दुहाई देते हैं । भारत के पढ़े लिखें युवा भी अपनी शुद्ध ज्ञान का उपयोग नही कर पा रहें हैं । जिससे भारत मे राजनीति की गंदगी की ढेर लग चुकी हैं ।