कुशीनगर के कसया पडरौना मार्ग पर डिघवा मोड़ के समीप ट्रक की ठोकर लगने से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई तथा दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस हादसे में ट्रक नियंत्रित होकर पलट गया, जिसके नीचे एक युवक दब गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रक को हटाकर युवक के शव को बाहर निकाल कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
देवरिया जनपद के भलुहनी थाना क्षेत्र के जरार मानिक निवासी जयप्रकाश पुत्र दरबारी उम्र 27 वर्ष व शशि कुमार पुत्र स्वर्गीय सुरेश उम्र 26 साल बाइक से पुलिस लाइन में चल रहे अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन व शरीर मापन में शामिल होने के लिए जा रहे थे। अभी वह कसया पडरौना मार्ग पर डिघवा मोड़ के समीप पहुंचे थे कि सामने से आ रहे ट्रक ने उनके बाइक में ठोकर मार दिया। इसके बाद ट्रक नियंत्रित होकर सड़क के किनारे गड्ढे में पलट गया। उसके नीचे दबने से शशि कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। वही जयप्रकाश गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर कसया थाने के दरोगा विवेक तिवारी व रघुनाथ गौतम आदि पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर हाइड्रा से ट्रक को हटवा कर युवक के शव को बाहर निकाल कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस हादसे से हाईवे पर आधे घंटे तक अवागमन प्रभावित रहा।
सिपाही बनने का सपना रह गया अधूरा
नगर पंचायत भलुवनी निवासी शशि कुमार गोंड व उसका दोस्त जयप्रकाश कुशवाहा दोनों एक साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते थे। दोनों की दोस्ती मोहल्ले में बेमिसाल थी।
हादसे में एक झटके में दोनों की दोस्ती सदा के लिए खत्म हो गई। तीन भाईयों में सबसे छोटा शशि पढाई में होनहार होने के साथ पुलिस भर्ती की तैयारी दोस्त के साथ मिलकर किया था। वह एमए, बीएड, टीईटी क्वालिफाई करके शिक्षक की नौकरी हासिल करने के लिए तैयारी के साथ पुलिस भर्ती की तैयारी में जुटा रहा। दोनों दोस्तों का पुलिस भर्ती में सिपाही बनना तय था। शशि की लिखित परीक्षा में अपने कटेगरी में अधिक 200 तथा जयप्रकाश की 210 वीं रैंक थी। दोनों दौड़ के लिए जमकर पसीना बहा रहे थे। दोनों सुबह घर से जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में चल रहे पुलिस भर्ती की जांच में पहुंचने के लिए निकले थे, लेकिन उनको क्या पता था कि उनका सपना सदा के लिए अधूरा रह जायेगा। शशि ने रास्ते में दम तोड़ दिया तो उसका दोस्त मेडिकल कॉलेज में जीवन से संघर्ष कर रहा है। इंमरजेंसी में तैनात डॉक्टर व पोस्टमार्टम भरने वाले हल्का दरोगा रघुनाथ गौतम ने बताया कि जयप्रकाश के दोनों पैर टूट गये हैं।