प्रयागराज/गंगा को अविरल निर्मल बनाने के लिए मां गंगा के स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं को सरदार पतविंदर सिंह बहुत कम अल्पआयु से ही विभिन्न अनोखे अंदाज में श्रद्धालुओं से निवेदन व प्रार्थना करते है कि मां गंगा के लिए अपने- अपने स्तर से प्रयास करने की कोशिश करें कि गंगा को अविरल निर्मल बनाने के लिए अपने घरों, मोहल्ले में अपने इष्ट मित्रों के परिवारों को बुलाएं इकट्ठा होकर चौपाल करें क्योंकि प्रार्थना ही जीवन का क्लेवर है यह जिसके जीने का अंग बन जाती है मां गंगा की कृपा उसके संग होकर उसका जीवन मंगलमय कर देती है.
सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा की प्रार्थना के शब्दों में वह शक्ति होती है जिसे अग्नि जला नहीं सकती पानी गिला नहीं कर सकता अधिक से अधिक परिवार इकट्ठा होकर प्रार्थना करेंगे तो उतनी ही जल्दी मां गंगा अविरल निर्मल होकर सुख समृद्धि और शांति देगी
सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा की इकट्ठा हुए भक्तों की शुभकामनाएं करोड़ों लोगों के हृदय में शांति का संचार करेगी जो प्रार्थना सामूहिक रूप से मिला बैठ कर की जाती है उसका परिणाम अत्यंत सुखदाई होता है माता पिता को अपने बच्चों को विरासत में केवल धन दौलत नहीं बल्कि सिद्धांतों,मर्यादा,भक्ति एवं आध्यात्मिक विचार देना चाहिए।