हाटा, कुशीनगर। केके बिड़ला ग्रुप की ढाढा चीनी मिल में प्रस्तावित ऐथेनाल फैक्टरी के लिए राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2008 में कुल 176 किसानों की 19.804 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित कर लिया था। इस फैसले को अमल में लाने के लिए कुशीनगर जिला प्रशासन ने पुलिस के बूटों व लाठियों के बल पर किसानों को खदेड़ कर जमीन पर फैक्टरी को कब्जा दिला दिया।
इस कब्जा दिलाओ अभियान में बाधक रा बने किसानों के खिलाफ प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कर जेल भी भेजा। चूंकि का जिस हरपुर गांव के किसानों के खिलाफ प्रशासन ने कठोर कार्रवाई की है, वह गांव भाजपा का गढ़ माना जाता है। नतीजतन भाजपा के अलंबरदारों की त्योरियां चढ़ गई। पहले जिले के सभी भाजपा विधायक पहले प्रभारी डीएम / गुंजन द्विवेदी व एसपी संतोष मिश्र से मिले। लेकिन विधायकों केकिसी भी मांग पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसी कड़ी में पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह भी इन्हीं मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज चुके थे। इस प्रकार भाजपा विधायक हरपुर किसानों के मुद्दे पर पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह के सुर में सुर मिलाते नजर आए।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने मिल की भूमि के लिए किसानों से कई दौर की बात की। लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। किसानों का कहना था कि हम अपनी जमीन मिल को नहीं देंगे। जो मुआवजा की राशि शासन द्वारा तय की गई है वह काफी कम है। किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन यदि जमीन के बदले जमीन उपलब्ध करावे तो इस पर विचार किया जा सकता है। हम अपनी जान दे देंगे लेकिन बीते 1 दिसम्बर कोबर्बरता किसानों से जबरदस्ती उक्त 14.481 हेक्टेयर भूमि को कब्जामुक्त कराते हुए मिल को सौंप दिया। इसी क्रम में हाटा विधायक मोहन वर्मा जिले के सभी विधायकों के साथ सीएम योगी से मिलकर अफसरों की ज्यादती की शिकायत करते हुए यह मांग पत्र सौंपा जिसमे कहा कि किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमें वापस हों। शुगर मिल द्वारा किसानों दिसम्बर 2024 के सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा दिलाया जाय। किसानों की जमीन अधिग्रहण करने का अधिकार मात्र सरकारी उपक्रमों के लिए होता है। किन परिस्थितियों में एक निजी व्यावसायिक चीनी मिल द्वारा किसानों का जमीन अपने मन माफिक अधिग्रहण किया जा रहा है यह जांच का विषय है। जिन किसानों की जमीन मिलद्वाराअधिग्रहित की जा रही है उन किसानों के परिजनों को नौकरी प्रदान की जाय। वहीं दूसरी तरफ बीते 16 दिसम्बर को हाउस अरेस्ट के दौरान वहां पहुंचे एसडीएम प्रभाकर सिंह को पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने मुख्यमंत्री को संबोधित अपने ज्ञापन में मांग की है कि एथेनाल फैक्ट्री लगे इसका कोई विरोध नहीं है। लेकिन किसानों की आम सहमति से उनकी भूमि को अधिग्रहित की जाय। हरपुर गांव जो हाटा नगरपालिका क्षेत्र में है इसलिए इसे नियमानुसार शहरी क्षेत्र मानते हुए शहरी क्षेत्र का मुआवजा दिया जाय। अधिग्रहण से पीड़ित किसानों को जीवन निर्वाह के लिए नौकरी प्रदान की जाय। जिन अफसरों ने किसानों के ऊपर लाठी चार्ज कराया है उन्हें निलम्बित करते हुए उनके खिलाफ उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर मुकदमें दर्ज की जाय। ऐसे में भाजपा विधायक व पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम एक ही नाव पर सवार है, जो मुख्यमंत्री दरबार ही जाता है।