
पीलीभीत में बुधवार सुबह सपा कार्यालय खाली कराया गया। नगर पालिका प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए नकटादाना चौराहा स्थित अधिशासी अधिकारी (EO) के आवासीय परिसर में वर्षों से संचालित समाजवादी पार्टी (सपा) के जिला कार्यालय को प्रशासन के खाली कराया।खाली कराने के दौरान मौके पर सपाइयों से पुलिस की नोकझोक हुई, अंत में नगर पालिका प्रशासन ने कार्यालय को खाली कराया। यह कदम अधिशासी अधिकारी द्वारा सपा जिलाध्यक्ष को अंतिम नोटिस दिए जाने के बाद उठाया गया, जिसकी समयसीमा 16 जून को समाप्त हो चुकी थी।नगर पालिका की ओर से पहले ही 10 जून को कार्यालय खाली कराने की तिथि तय की गई थी, लेकिन सपा जिलाध्यक्ष ने छह महीने की मोहलत मांगी थी। इसके जवाब में पालिका ने केवल छह दिन की मोहलत दी थी, मगर निर्धारित समयसीमा बीत जाने के बाद भी कार्यालय को खाली नहीं किया गया।बुधवार सुबह 10 बजे, नगर पालिका की टीम भारी सुरक्षा बल के साथ मौके पर पहुंची और कार्यालय को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की। इस दौरान पालिका टीम ने सपा के नाम की पट्टिका, बैनर और पोस्टर को हटाया और परिसर की दीवारों पर पेंट करने का कार्य भी शुरू कर दिया।कार्रवाई के दौरान 10 से अधिक प्रशासनिक अधिकारी और 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी मौके पर तैनात रहे। वहीं, समाजवादी पार्टी की ओर से केवल 10 कार्यकर्ता ही मौके पर पहुंचे, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तीखी बहस हुई। सपा कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर सत्ता के दबाव में कार्रवाई करने का आरोप लगाया और मौके पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।सिटी मजिस्ट्रेट विजयवर्धन तोमर ने बताया, “नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आवास के रूप में दर्ज भवन में समाजवादी पार्टी का कार्यालय कई वर्षों से अवैध रूप से संचालित हो रहा था। पहले ही नोटिस देकर आवंटन रद्द किया जा चुका था। नोटिस की अवधि समाप्त होने के बाद, नियमानुसार नगर पालिका ने परिसर को पुनः अपने कब्जे में ले लिया है।”
बिल्डिंग पर फिर से नगर पालिका का कब्जा
कार्रवाई के दौरान सपा कार्यालय से जुड़ा हर चिन्ह नामपट्ट, पोस्टर, झंडे आदि हटा दिए गए। नगर पालिका की पेंटिंग टीम ने दीवारों को सफेद रंग से रंगना शुरू कर दिया, जिससे किसी भी प्रकार की पहचान को पूरी तरह मिटा दिया गया। साथ ही सपा कार्यकर्ताओं के द्वारा लगाए ताले के ऊपर अपना ताला लगाकर कब्जे में लिया