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छत्तीसगढ़ – रायगढ़ धरमजयगढ़। क्षेत्र में आज कल तेजी से दुर्घटनाओं में बढ़त देखने को मिल रही है आए दिन कही ना कही से छोटे से लेकर बड़े हादसों की खबरें सामने आ रही है।

जिसमें कई सारे मामले एक दूसरे से भिड़ंत के आते हैं वही कई मामले ऐसे होते हैं जिसमें ड्राइवर की गलती से ही सडक हादसा हो जा रहा है।

त्रिलोक न्यूज जिला रायगढ़ संवाददाता- रमेश चौहान 

छत्तीसगढ़ – रायगढ़ धरमजयगढ़। क्षेत्र में आज कल तेजी से दुर्घटनाओं में बढ़त देखने को मिल रही है आए दिन कही ना कही से छोटे से लेकर बड़े हादसों की खबरें सामने आ रही है।

 

जिसमें कई सारे मामले एक दूसरे से भिड़ंत के आते हैं वही कई मामले ऐसे होते हैं जिसमें ड्राइवर की गलती से ही सडक हादसा हो जा रहा है। ऐसे मामलों में कई बार सड़यंत्र के बारे में सुनने को मिलता है। ऐसा ही एक मामला छाल थाना क्षेत्र से सुनने को मिल रहा है। यहां 27 मार्च 2024 को बोजिया के ग्राम चितापाली से जामपाली सगाई के कार्यक्रम में जाने के लिए पुसालदा से पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 13 एल 3588 में 20-25 ग्रामीण निकले थे। जो करीब 10 बजकर 40 मिनट पर बनहर के हाई स्कूल मोड़ के पास पिकअप वाहन चालक के लापरवाही से वाहन पलट गई और कई लोंग घायल हुए और एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। जिसके बाद मामला छाल थाना पंहुचा और थाना द्वारा एफआईआर दर्ज की गई। 

एफआईआर में दिखी बड़ी खामीया.?

ज़ब इस घटना की एफआईआर देखी गई तब एफआईआर क्रमांक 0074/2024 को देखने पर हैरान करने वाली बात सामने आई, एफआईआर में जिस वाहन चालक द्वारा हादसे को अंजाम दिया गया उसका कोई जिक्र मौजूद नहीं था जिससे यह सवाल खड़ा होता है कि ज़ब वाहन को किराये पर लाया गया या किसी से भी लिया गया और सभी लोग सगाई में जा रहे थे तब क्या किसी को भी यह पता नहीं था की ड्राइवर कौन है, अगर सवारियों को इसकी जानकारी नहीं थी तब थाना के विवेचक द्वारा भी वाहन मालिक से यह पता नहीं लगाया जा सका की उसने वाहन किस व्यक्ति को चलाने देकर सगाई में भेजा था। अगर वाहन मालिक द्वारा ड्राइवर की जानकारी दे दी गई थी तब एफआईआर में क्यों ड्राइवर का जिक्र नहीं किया गया। कही ऐसा तो नहीं की दाल में कुछ काला है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस वाहन से हादसा हुआ वह वाहन एक नाबालिक द्वारा चलाया जा रहा था। 

क्या इंश्योरेंस के लिए खेला जा रहा खेल..?

ऐसे कई मामलों के बारे में सुनने को मिलता है कि इंश्योरेंस क्लेम पाने के लिए नाबालिक चालक को बदलकर अन्य व्यक्ति को खड़ा कर दिया जाता है और इंश्योरेंस क्लेम निक़ाला जाता है। ऐसे में यह मामला भी संदेह के घेरे में आ जाता है क्युकी एफआईआर में जिस वाहन का हादसा हुआ उसी वाहन के चालक का नाम दर्ज ना होना अपने आप में बड़ा सवाल खड़ा करता है वही दिलेश्वर प्रसाद गुप्ता उम्र 55 वर्ष टिंडानावापरा को अभी चालक बनाया गया है उसे सवारियों के समक्ष लाने पर क्या सवारी इसकी पुष्टि करेंगे की ज़ब हादसा हुआ तब यह व्यक्ति वाहन चला रहा था…?

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