सरायपाली: कांग्रेस की विधायक उत्तरी जांगड़े द्वारा अन्य विधायक चातुरी नंद, रामकुमार यादव,कविता प्राण लहरे,उमेश पटेल की उपस्थिति में बलौदाबाजार की आगजनी की घटना को कांग्रेस का शौर्य उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने कार्यकर्ताओं से ऐसा ही प्रदर्शन करने के लिए कहना छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे अपराध के पीछे विशेषकर बलौदाबाजार अग्निकांड में कांग्रेस की भूमिका आत्म स्वीकृति है।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ में कांग्रेस के एक प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक रूप से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कलेक्टर कार्यालय के अंदर घुसकर तोड़फोड़ करने के लिए उकसाया गया है। उत्तरी जांगड़े ने बाकायदा बलौदाबाजार में लगभग 6 माह पहले हुई आगजनी ,तोड़फोड़ और हिंसा का हवाला देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उसी घटना की पुनरावृत्ति करने कहा गया है।
श्रीमती सरला कोसरिया ने आगे बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा राजीव मितान क्लब बंद होने के कारण युवा खाली हो गए है इसलिए प्रदेश में बलात्कार, और हत्या की घटनाएं व अपराध बढ़ रहे है। सूरजपुर में एक पुलिस हेड कांस्टेबल की पत्नी और मासूम बच्ची की हत्या के मामले में कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI के पदाधिकारी कुलदीप साहू की संलिप्तता सामने आई थी। यह सारी घटना कांग्रेस के आपराधिक चरित्र का शर्मनाक नमूना है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अपने गुंडा तत्वों के जरिए कानून व्यवस्था बिगाड़कर अराजकता और आतंक का जहर घोलने में लगी है। प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर मिथ्या प्रलाप कर रही है,जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश में बढ़ते अपराधों के पीछे कांग्रेस का षड़यंत्र ही काम कर रहा है। श्रीमती सरला कोसरिया ने आगे बताया कि कांग्रेस अपने टुलकिटिया षडयंत्र के बेनकाब हो जाने से न केवल अपने षड़यंत्रों के जाल में फंस गई है,अपितु उत्तरी जांगड़े द्वारा हिंसा,तोड़फोड़ और अराजकता फैलाने के उकसावे में छिपी आत्म स्वीकृति को कांग्रेस के गले की हड्डी बना दिया है। ऐसे अनेक घटना को अंजाम दिया गया है जिसमें कांग्रेसीयों की संलिप्तता है। (दुष्कर्म के मामले में अंतागढ़ के सुप्रकाश मल्लिक जेल, बलरामपुर में कांग्रेसी सुन्दरमनी मिंज द्वारा गाय को एयरगन से फायर करना,मैनपाट में जमीन फर्जीवाड़ा कांग्रेसी नेता अटल बिहारी यादव, बलौदाबाजार की घटना में विधायक देवेंद्र यादव जेल में, मोहला में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेसी नेता द्वारा भाजपा कार्यकर्ता को काट डालने की धमकी )
श्रीमती सरला कोसरिया ने आगे बताया कि दरअसल कांग्रेस सत्ता छीन जाने के बाद साथ साथ अपने तमाम कुकर्मों के सामने आने और आपराधिक चेहरे उजागर होने के इस कदर छटपटा रही है कि अब वह अपने गुर्गों के जरिए खून की नदियां बहाने में नहीं हिचक रही है। छत्तीसगढ़ में जबसे मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सत्ता सम्हाली है,कांग्रेस के लोग यह हजम नही कर पा रहे है और रह रहकर प्रदेश में कानून व्यवस्था को चुनौती देकर प्रदेश में अराजकता का माहौल निर्मित करने के नित नए षडयंत्र रचने में लगे है। पिछले सालभर में अमूमन हर बड़े अपराध में कांग्रेसियों की संलिप्तता सामने आई है। हर तरह के अपराधों में संलग्न लोगों की शरणस्थली बनी कांग्रेस का यही राजनीतिक ट्रैक रिकार्ड रहा है कि जब वह सत्ता में होती है तो आपराधिक तत्वों को प्रश्रय देकर अपने हित साधने के लिए उन्हें इस्तेमाल करती है,और सत्ता से दूर रहने पर इन्ही तत्वों को इस्तेमाल करके प्रदेश में अपराधों का सिलसिला चलाकर अराजकता फैलाने में अपनी ताकत झोंक देती है।