रायगढ़

एनटीपीसी से प्रस्थान वाला कोड़ातराई के स्थान पर लाखों टन इंटेलएश गंतव्य तक पहुंचने सहित अन्य कई स्थानों पर अवैध रूप से रोक लगाई गई।

रायगढ़, 19 फरवरी 2025। एनटीपीसी के प्रमुखों से कई लाखपति निवेशक करोड़पति बन गए हैं। कुछ ने तो समन्वित फार्मूला उपभोक्ता बाजार का निर्धारण किया है।

 

जिला – रायगढ़

त्रिलोक न्यूज जिला रायगढ़ संवाददाता- रमेश चौहान 

रायगढ़: एनटीपीसी से प्रस्थान वाला कोड़ातराई के स्थान पर लाखों टन इंटेलएश गंतव्य तक पहुंचने सहित अन्य कई स्थानों पर अवैध रूप से रोक लगाई गई।

रायगढ़, 19 फरवरी 2025। एनटीपीसी के प्रमुखों से कई लाखपति निवेशक करोड़पति बन गए हैं। कुछ ने तो समन्वित फार्मूला उपभोक्ता बाजार का निर्धारण किया है। एनटी प्लांट ने अटल ऐश को दुर्ग में नामांकित एनएच तक का मौका दिया। इलेक्ट्रॉनिक्स ने कुछ लोकल गाड़ियों के लिए अनइवेंट से गाड़ी निकाली। ये गतियां एनटीपीसी ऐश डाइक से राखड़ तो उठाई जाती हैं, लेकिन टिकाऊ नहीं होतीं। रायगढ़ में ही कहीं से भी दुर्ग तक का किराया वसूला जाता है। एनटीपीसी में एंटरप्राइज एश का बड़ा गेम चल रहा है। इस बात से कंपनी प्रबंधन भी अलग है लेकिन रायगढ़ में प्रदूषण बढ़ रहा है। एनटीपीसी लारा से अरेस्ट वाले मेटल ऐश का उपयोग एनएच में किया जा रहा है। दुर्ग, पाटन में बन रही फोरलेन में ऐश डाला जा रहा है। लारा प्लांट से पांच एंटरप्राइज कंपनी को ट्रांसपोर्ट का ठेका मिला है।

 

इन लोकल ने लोकल आइकन्स से संतगांठ कर सीख ले लीं। इन साझे में संयुक्त होना अनिवार्य है। गाड़ी में ऐश ड्राईव होने के बाद निकल जाता है। पुसौर से सुपरमार्केट ही गाड़ी रायपुर रोड में जाने के बजाय रायगढ़ के आसपास ही अवैध रूप से ऐश स्मोकिंग कर रही हैं। तराईमाल, कोंडातराई आदि स्थान पर ऐश की अवैध तस्करी की गई है, लेकिन बिना रिसिविंग के बिल पास नहीं होता। इसलिए एक साथ 10-15 गाओ लॉट का एक कार में लेकर पाटन में सड़क निर्माण साइट पर विक्रेता ऐश रिसिविंग की पावती ली जाती है। फिर बिल क्रिएटर का भुगतान ले लिया गया है। इस काम में रायगढ़ के चार व्यापारी लगे हुए हैं। रायगढ़ के आस-पास की दुकान में 9-10 हजार रुपए ही भाड़ा मिलता है। दुर्ग तक एअरपोर्ट में करीब 55 हजार का भाड़ा वसूला जाता है

रायगढ़ का इकोसिस्टम

एनटीपीसी से पुरालेख प्राप्त करने वाला राख का अवशेष होता है। इस कारण से एक गाड़ी में 50 टन तक का ऐश ड्राइव होता है। जो राखड़ सड़क निर्माण में पटने के काम आना है। वह रायगढ़ जिले में कहीं भी अवैध रूप से अवैध रूप से काम कर रहा है। इस कारण यहां प्रदूषण बढ़ रहा है। एनटीपीसी भी एनजीओ को उस काम का भुगतान कर रही है, जो हो ही नहीं रहा है। कई बार तो बिना लैपटॉप के भी रिसिविंग पावती ले ली जाती है। लोकेलर ही इस गड़बड़ी में शामिल हैं।

 

कोंडा तराई में थोक हजारों टन राखड़

जिले में अवैध रूप से ज्वाइंट टीम की कार्रवाई के लिए एबीएश एश बिल्डिंग का निर्माण किया गया है। इसके बावजूद लोकेलर अवैध अवैध तरीके से काम कर रहे हैं। कोंडातराई से पुसौर रोड पर एक जगह पर हजारों टन मेटल का एशेज स्टॉक किया गया है। यह मेन रोड किनारे ही लगाया गया है। इसके लिए कोई भी सामान नहीं छोड़ा गया है। व्युत्पत्ति: एनटीपी पीसी के उपकरणर अवैध स्टिकिंग करते रह रहे हैं।

 

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