
मेरठ। डीएम कार्यालय स्थित रजिस्ट्री विभाग में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है। एंटी करप्शन टीम ने सोमवार को एसीएम-4 कार्यालय में तैनात बाबू रणवीर को ₹5,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई शिकायतकर्ता संतरपाल की शिकायत के आधार पर की गई।
जानकारी के अनुसार, संतरपाल नामक व्यक्ति का एक वाद लंबे समय से एसीएम-4 कार्यालय में लंबित था। उक्त वाद के निपटारे के बदले बाबू रणवीर ने ₹5,000 की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई की योजना बनाई।
सोमवार को जैसे ही संतरपाल ने रणवीर को रिश्वत की राशि सौंपी, मौके पर मौजूद टीम ने तुरंत छापा मारकर आरोपी को धर दबोचा। बाबू रणवीर को गिरफ्तारी के बाद सिविल लाइन थाने ले जाया गया, जहां आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस कार्रवाई से सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश गया है। एंटी करप्शन विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की रिश्वतखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।













