
हमीरपुर में जन साहस संस्था ने मजदूरों के हक और सम्मान में मनाया अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस
श्रमिकों को उनके अधिकारों की दी गई जानकारी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बढ़ाया उत्साह
हमीरपुर, उत्तर प्रदेश | 01 मई 2025:
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर जन साहस संस्था द्वारा हमीरपुर जिले के मुस्करा ब्लॉक के खड़ेही लोधन ग्राम एवं मौदहा ब्लॉक के ट्रीटमेंट ग्राम भमौरा में श्रमिकों के सम्मान में जागरूकता एवं उत्सव कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मजदूरों को उनके संवैधानिक अधिकारों, श्रम कानूनों और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी जानकारी देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत मजदूरों के सम्मान में परिचय सत्र और अधिकार जागरूकता संवाद से हुई, जिसमें श्रमिकों एवं उनके परिवारजनों को विभिन्न महत्त्वपूर्ण श्रम कानूनों पर विस्तार से जानकारी दी गई। इनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
समान पारिश्रमिक अधिनियम 1976
भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक अधिनियम 1996
मातृत्व लाभ अधिनियम 1961
न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948
मजदूरी भुगतान अधिनियम 1936
बंधुआ मजदूरी उन्मूलन अधिनियम 1976
जन साहस की टीम ने सरल भाषा में उदाहरणों के माध्यम से बताया कि किस प्रकार श्रमिक अपनी मेहनत का न्यायपूर्ण पारिश्रमिक पा सकते हैं और यदि उनके साथ कोई अन्याय होता है तो वे किस कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं।
इसके बाद विभिन्न मनोरंजक व सहभागिता गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें श्रमिकों और उनके बच्चों ने बड़े उत्साह से भाग लिया। गीत-संगीत, सामूहिक खेल और विचार साझा करने जैसे सत्रों ने कार्यक्रम को जीवंत और ऊर्जा से भर दिया।तो वही
खड़ेही लोधन ग्राम15 महिलाएं, 16 पुरुष भमौरा ग्राम: 26 महिलाएं, 15 पुरुष
कार्यक्रम में स्थानीय पंचायत सहायक, आशा बहुएं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, संगनी एवं ग्राम प्रधानों की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिससे सामुदायिक समर्थन और मजबूत हुआ।
जन साहस संस्था की ओर से श्री धीरेन्द्र कुमार (जिला समन्वयक), मोहिनी, प्रीति, दीपिका, मोहर सिंह, रामनारायण, रजिया बानो, लखन सिंह, अखिलेश कुमार, अर्जुन (जन साथी), तथा रश्मि और पंकज कुमार (फील्ड ऑफिसर) ने श्रमिकों के साथ संवाद कर उन्हें प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन मिष्ठान वितरण के साथ हुआ, जिसमें सभी ने मिलकर श्रम और संघर्ष की गरिमा को सलाम किया।
श्रमिक केवल श्रम नहीं करता, वह समाज की बुनियाद गढ़ता है।”
जन साहस संस्था का यह प्रयास इसी सोच को सशक्त करने की दिशा में एक सशक्त कदम है।