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पखांजुर के लोगो के स्वास्थ्य के साथ हो रहा बहुत बड़ा खिलवाड़…नष्ट हुए चने को जबरदस्ती बांट रहे हैं शासकीय राशन दुकान के संचालक,

पखांजुर के लोगो के स्वास्थ्य के साथ हो रहा बहुत बड़ा खिलवाड़…नष्ट हुए चने को जबरदस्ती बांट रहे हैं शासकीय राशन दुकान के संचालक,

विजय कुमार मजूमदार

पखांजूर  —–पखांजूर : राशन वितरण कराने की व्यवस्था को लेकर गरीब तब के लोग सराह रहे है, लेकिन यदि यही अनाज कीड़े युक्त एवं खराब हो, तो शायद सवाल खड़ा होना लाजिमी हो जाता है।वही कार्ड धारियों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को पखांजूर राशन दुकान संचालक द्वारा कार्ड धारकों को चना देने के नाम पर सड़ा घुना चना देकर सरकारी औपचारिकता निभाते देखी गई। जिससे कार्ड धारकों में काफी मायूसी एवं नाराजगी भी है। कार्ड धारकों का आरोप है कि जिम्मेदारों द्वारा चना देने की सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है। एक किलो चने में एक तिहाई कीड़े हैं, बाकी सड़ा घुना है। जिसको खाकर आम आदमी बीमार भी हो सकता है।
बीपीएल परिवार को सस्ते चावल के साथ सरकार प्रति किलो की दर पर चना दे रही है। मगर उचित शासकीय मूल्य की राशन दुकान मे चना सप्लाई करने वाले संचालक मनमानी करते हुए फफूंद लगे खराब चने सप्लाई कर रही है जिसे लेकर हितग्राहीयो ने विरोध जताया है। गरीब परिवारों के लिए बोरी से चना निकालकर प्रति पैकेट एक किलो चना सप्लाई किया गया है चने के पैकेट मे फफूंद और छोटी कीड़े देखकर हितग्राहियो में नराजगी है और कार्ड धरको ने वितरक पर मनमानी करने की बात की। वही इस बारे में जब पत्रिका ने पखांजूर में स्थित राशन दुकान संचालक क्रमांक 01, संभु से चर्चा की, तो उन्होंने बताया की शासन के द्वारा राशन सामग्री यह जन वितरण केंद्र में प्रदान की गई है, यदि यह सामान नहीं बेचूंगा तो मुझे बहुत घाटा होगा, इसकी भरपाई कौन करेगा, संचालक की गैर जिम्मेदाराना बात को सुनकर यह सवाल उठता है कि चंद रुपए के लिए क्या किसी इंसान के स्वस्थ को नुकसान पहुचाया या जीवन को संकट में डालना संचालक संभु के लिए आम बात हो गई है,पखांजूर काली मंदिर पारा की रहने वाली एक हितग्राहि छबि शील,ने बताया है की राशन दुकान के संचालक की बात चित भी सही नही है जब हम राशन लेने जाते है तो आये दिन हमारे साथ उनके द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है
ज्ञात हो की यह राशन दुकान पिछले दो वर्षों में कई बार मनमर्जी करने के मामले मे सुर्खियों में रह चुका है, लेकिन उसके बाद भी, स्थानीय प्रशासन के द्वारा हित ग्राही के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पर कोई भी कार्रवाई करते हुए नहीं देखी गई है । खैर इस बार तो मामला लोगों के स्वस्थ व जीवन से जुड़ा हुआ है संचालक शंभू यह जानकर भी चना पूरी तरह से नष्ट हो चुका है उसके बाद भी यह सामग्री को वितरण किया गया है पर प्रशासन क्या कार्रवाई करती है ये देखने वाली बात होगी

मामले की जानकारी फूड इंस्पेक्टर मुकेश साहू को दिए जाने पर उन्होंने कहा, आपके माध्यम से मुझे अभी जानकारी प्राप्त हुई है, यदि चना गुणवत्ता हिन् है तो किसी भी हितग्राही को नहीं बाटना चाहिए, मैं तत्काल ही राशन दुकान के संचालक से बात करता हूँ

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